ABOUT KISMAT KA UPAY

About kismat ka upay

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लाल किताब के अनुसार शनि दोष निवारण के उपाय /टोटके (भाव/लग्न अनुसार)

इसलिए जरूरी है घर में वास्तु शांति पूजा? – वास्तु शास्त्र टिप्स – isliye jaroori hai ghar mein vastu shanti pooja? – vastu shastra strategies

बर्फबारी देखने के लिए लखीमपुर वालों को नहीं जाना होगा पहाड़ों पर, महज तीन घंटे की दूरी पर मिलेगा स्नोफॉल

आपकी किस्मत को चमकाने के लिए लक्ष्मी जी की पूजा करें क्योंकि किस्मत पैसे से चमकती है जब तक आपके पास पैसा नहीं है आज की कामनाएं पूर्ण नहीं होती यह अपनी सभी प्रकार की कामनाओं को पूरा करने के लिए लक्ष्मी का होना अनिवार्य है।

And what do you are doing once you go into hassle? Does one blame your luck, don’t you? Most of us do and it seems to be one of the most pure reaction.

भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं।

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज get more info के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

बुध ग्रह को मजबूती प्रदान करने के लिए दान भी किया जा सकता है। बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए दान करने की वस्तु: साबूत मूंग, छोटी इलायची, पालक, हरे वस्त्र, हरे रंग की भोजन सामग्री, और ज्ञानवर्धन किताबें।

सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें ! अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रखें ! सेहत ठीक रहेगी !

किस्मत चमकाने के लिए करें ये उपाय, हो जाएंगे मालामाल

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल

यदि आप शाम को घर आ रहे हैं तो खाली हाथ ना आए अर्थात कुछ न कुछ घर जरूर लगाएं। भले ही एक या दो बिस्किट लेकर आए पर कुछ न कुछ जरूर लाएं

नौवें भाव के लिए गुरु का उपाय करना होता है। यदि नौवें भाव में पहले से ही गुरु ग्रह हैं तो अति उत्तम लेकिन धर्म विरुद्ध आचरण बर्बादी का कारण बन सकता है। मतलब यह कि मांस-मदिरा से दूर रहेंगे, सत्य बोलेंगे और पिता, दादा, ईश्‍वर और कुल देवता में श्रद्धा रखेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। दूसरा यह कि नवम भाव सोया हुआ है तो प्रति गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करें, सोना पहनें और केसर का तिलक लगाएं।

कवि की करुण पुकार – आचार्य डॉ अजय दीक्षित “अजय”

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